- बारहा = बार-बार, प्राय:, कई बार
- मस’अला = मुद्दा, समस्या, मुआमला
- मुख़्तलिफ़ = भिन्न, अन्य, पृथक
- इंतिहा = आख़िरी हद, चरम सीमा, बहुत ज़ियादा, पराकाष्ठा
- माक़ूल = उचित
- शाह = राजा, सबसे बड़ा / बेहतर
Tuesday, 20 July 2021
ज़िन्दगी
Tuesday, 13 July 2021
गुनाह
Thursday, 1 July 2021
दुनिया
1.
पैहम = लगातार, बार-बार
2.
रू-शनास = सूरत भर पहचानने वाला; casual acquaintance
3.
महरम = राज़दार, हमराज़; हार्दिक मित्र; जानने-समझने वाला, ज्ञानी
4.
मातम = शोक
5.
जुस्तुजू = तलाश, खोज, ढूँढना
6.
पुर-ग़म = दुःखपूर्ण, ग़म से भरा हुआ
7.
ज़म ज़म = काबे के नज़दीक एक पवित्र कुआँ जिसके उद्गम को हज़रत
इस्माइल और उनकी माता की प्यास और उन पर हुई ख़ुदा की मेहरबानी से जोड़ कर मानते हैं
8.
हमदम = जिगरी दोस्त, जो आखिरी दम तक साथ देता
हो
9.
मरहम = ज़ख़्म पर लगाया जाने वाला लेप
10.
रब्त-ए-बाहम = परस्पर मेल-जोल वाला सम्बन्ध
11.
चश्म-ए-पुर-नम = आँसुओं से भरी आँख
12.
मरासिम = ताल्लुक़ात, आपसी मेल-जोल
13.
मसरूफ़ = जिसे फ़ुर्सत न हो, काम में लगा हुआ, व्यस्त
14.
अह्द-ए-मुबहम = वो वक़्त जिसकी याद तक धुँधली पड़ गई हो; बहुत पहले का समय
15.
गो = यद्यपि